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  • हिमाचल प्रदेश के जन-आन्दोलनों पर एक नज़र

    हिमाचल प्रदेश के जन-आन्दोलनों पर एक नज़र

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    बी.एस. चैहान ‘चेत’ पी. . चिऊणी, तह. थुनाग, जिला मण्डी-175048 टी.जी.टी. कला रा.वमा. पाठशाला, छाट (छलवाटन)

    Contact: 94184-03136 email: bsshetty.chet@gmail.com

    हिमाचल प्रदेश बनने से पूर्व कई प्रसिद्ध जनआन्दोलन हुए हैं। हिमाचल प्रदेश में आजादी की चिंगारी धीरेधीरे फैलती रही। बहुत लम्बे समय से यहां की जनता स्थानीय शासकों की निरंकुशता, शोषण, हिंसा और अन्याय सहती रही। काफी जुल्म सहने के बाद भोलीभाली जनता का आक्रोश फूट पड़ा है और जनता ने शासकों के विरूद्ध आन्दोलन करने शुरू कर दिए। हर इन्सान या जीव स्वतंत्र रहना चाहता है। यह अधीनता चाहे स्थानीय निरंकुश शासकों से हो या फिर विदेशी आक्रान्ताओं से। हिमाचल के पहाड़ी लोगों ने सदा ही बाहरी आक्रमकों तथा भीतरी दमन का विरोध किया है।

    हिमाचल प्रदेश में ये जनआन्दोलन तीन प्रकार से चले। एक वो जो किसी विशेष स्थान के लोगों ने अपनी स्थानीय समस्याओं को लेकर चलाये। ये अधिकांश भूमि, भूमि बन्दोबस्त, भूमि लगान , बेठबेगार, राजा या उसके कर्मचारियों की दमनकारी नीतियों के खिलाफ होते थे। 9 मार्च 1846 की सन्धि के अनुसार वर्तमान हिमाचल के अधिकांश हिस्से सिक्खों से छूटकर सीधे अंग्र्रेजी प्रशासन के अधीन आ गए, जिसके परिणामस्वरूप पहाड़ी रियासतों पर अंग्रेजों का एकाधीकार स्थापित हो गया। अब पहाड़ी रियासतों के राजा आपस में नहीं लड़ सकते थे। क्योंकि सभी शासक अंग्रेजों के अधीन थे। अंग्रेजों को सिर्फ बेगार और कर राशि से मतलब था। नूरपुर के राजा जसवंत सिंह को अंग्रेजों ने 5000 रु. वार्षिक देकर अपने कब्जे में ले लिया।

    सन् 1848 . का दूसरा अंग्रेज सिक्ख युद्ध आरम्भ हुआ उसी समय “राम सिंह” ने आक्रमण करके अंग्रेजी सेना को भगा दिया और वहां पर नूरपुर का झण्डा लहरा दिया। राम सिंह को बाद में विपरित परिस्थितियों के कारण मैदान छोड़ कर भागना पड़ा। जब वह पहाड़ों पर वापिस आया तो उसके एक मित्र द्र्रोही पहाड़ चन्द ने अंग्रेजों के हाथों उसे पकड़वा दिया। अंग्रेजों ने राम सिंह को काले पानी की सजा देकर उसे सिंगापुर भेज दिया। नूरपुर रियासत के इतिहास में वजीर राम सिंह का महत्त्वपूर्ण योगदान है।

    1857 के विद्रोह का प्रभाव हिमाचल की पहाड़ी रियासतों पर भी पड़ा। यहां पर जहां एक ओर देशभक्तों ने अंग्रजों के विरूद्ध आवाज उठाई तो वहीं दूसरी ओर अनेक राजाओं ने विद्रोह को कुचलने के लिए अंग्रेजों का साथ भी दिया। 1857 . के विद्रोह के परिणामस्वरूप रामपुर के राजा शमशेर सिंह ने अंग्रेजी सता के विरूद्ध आवाज उठाई। उस समय उस सेना में अधिकांश सैनिक गोरखा और राजपूत थे। स्वतन्त्रता प्राप्ति हेतु संघर्ष तेज करने के लिए प्रदेश में कई स्थानों पर प्रजामण्डलों की स्थापना की गई। स्वतन्त्रता पूर्व बुशहर, शिमला हिल स्टेटस में शामिल था। 1939 . में लुधियाना

    में “All India State Peoples” हुई, जिसमें “The Himachal Riyasti Praja Mandal” की स्थापना की गई। बुशहर में प. पदम देव ने प्रजामण्डल का नेतृत्व किया।

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    हिमाचल प्रदेश के जनआन्दोलन इस प्रकार है।

    1. सुकेत जनआन्दोलन (1862-1876)- सुकेत के राजा उग्रसेन का वजीर नरोत्तम एक अत्याचारी प्रशासक था। जनता उससे बहुत दुःखी थी। उसने कुछ ब्राह्मण परिवारों पर दण्ड लगाया था। लोगांे ने इसका विरोध किया और गिरफ्तार करने की मांग की। राजा के पुत्र रूद्र सेन ने भी उस वजीर का विरोध किया। अन्त में राजा ने वजीर नरोत्तम को हटा दिया और उसके स्थान पर ‘धुंगल’ को वजीर बनाया।

    2. नालागढ़ जनआन्दोलन (1877)- नालागढ़ के हिंडूर की राजगद्दी पर राजा ईश्वरी सिंह 1877 . में बैठा था। उसके समय में राजा का वजीर गुलाम कादिर खान था। इसने प्रजा पर नए कर लगा दिए और भूमि लगान बढ़ा दिए। इसका नालागढ़ की प्रजा ने विद्रोह किया। अन्त में राजा को जनता की मांगों को मानने के लिए विवश होना पड़ा और वजीर कादिर खान को निकाल दिया गया।

    3. सुकेत जनआन्दोलन (1878)- सुकेत का जनआन्दोलन 1878 . में हुआ। 1876 . में रूद्रसेन गद्दी पर बैठा, फिर उसने ‘धुंगल’ को वजीर बनाया था, उसने किसानों और जमींदारों पर नए कर लगा दिए। किसानों पर चार रु’ ‘आठ रु’ प्रति खार लगभग 8 क्विंटल कर लगाया। इस कर को वजीर ‘धुंगल’ ने‘ ‘ढाल’ नाम दिया। लोगों ने राजा से न्याय की मांग की परन्तु राजा ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया इस पर लोगों ने आन्दोलन करने शुरू कर दिए और अन्त में राजा को भी गद्दी से हटा दिया गया। सारे कर हटा दिए।

    4. चम्बा का किसान आन्दोलन (1895)- चम्बा का किसान आन्दोलन 1895 में हुआ। उस समय चम्बा रियासत का राजा शाम सिंह था। राजा शाम सिंह और उसके वजीर गोविन्द राम के प्रशासन में किसानों पर भूमिलगान का भारी बोझ था। इसके अतिरिक्त बेगार भी अधिक ली जाने लगी। अतः लोगों ने राजा से लगान कम करने और बेगार बंद करने के लिए अनुरोध किया, परन्तु राजा ने कोई परवाह न की। यह देखकर चम्बा के भटियात क्षेत्र के किसानों ने इसके विरूद्ध आन्दोलन आरम्भ कर दिया। रियासत की सरकार ने इसे विद्रोह का नाम देकर दबाने का प्रयास किया परन्तु वह असफल रही। फिर अंग्रेज सरकार ने हस्तक्षेप करके इसे दृढ़ता से दबा दिया।

    5. बाघल में भूमि आन्दोलन (1897)- बाघल में 1897 . में रियासत के राजा ध्यान सिंह के समय में अत्यधिक भूमि लगान के विरोध में 1902 तक लोगों ने आन्दोलन चलाया। भूमि लगान में भारी वृद्धि, चारागाहों की कमी तथा उन जंगली जानवरों के मारने पर रोक लगाने, जो किसानों की फसलों को नष्ट कर देते थे, के विरोध में किसानों ने आन्दोलन किए।

    6. क्योंथल में भूमि आन्दोलन (1897)- 1897 . में क्योंथल रियासत में भी भूमि आन्दोलन हुआ। चार परगना के लोगों ने लगान और बेगार देना बन्द कर दिया। अंग्रेज अधिकारी सैडमैन और टामस ने इस असंतोष को समाप्त कराने के लिए राजा बलवीर सेन से कहा परन्तु वह असफल रहा। अतः में अंग्रेज सरकार ने मियां दुर्गा सिंह को बतौर मैनेजर बनाकर 11 जुलाई 1898 को नियुक्त किया जिसने इस आन्दोलन पर काबू पा लिया।

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    7. ठियोग और बेजा में आन्दोलन (1878)- बेजा और ठियोग ठकुराइयों में भी 1898 में विद्रोह की स्थिति उत्पन्न हुई। बेजा की जनता ने ठाकुर के विरूद्ध आन्दोलन किया तथा रियासत के दो सिपाही भी बंदी बना दिए। बेजा के शासक उदय चंद ने अंग्रेजों की सहायता से इस आन्दोलन को दबा दिया। ठियोग ठकुराई में बंदोबस्त में गड़बड़ी के विरोध मंे 1898 में ही किसानों द्वारा आन्दोलन चलाया गया, और किसानों ने बेगार देने से इंकार कर दिया। रियासती सरकार ने अंग्रेज सरकार की सहायता से लोगों को शांत किया गया।

    8. बाघल में विद्रोह (1905)- बाघल रियासत में 1905 में पुनः विद्रोह हुआ। उस समय बाघल रियासत का राजा विक्रम सिंह था जो उस समय अवयस्क था। इसलिए राज्य का प्रबन्ध मियां मान सिंह के हाथ में था। इस विद्रोह का आरम्भ राज परिवार के आंतरिक षडयंत्र से हुआ।

    9. डोडरा क्वार में विद्रोह (1906)- 1906 . में बुशैहर के गढ़वाल के साथ लगते क्षेत्र डोडरा क्वार में एक विद्रोह हुआ। इस क्षेत्र का प्रशासन राजा की ओर से किन्नौर के गांव ‘पवारी’ के वंशनुगत वजीर परिवार के ‘रणबहादुर सिंह’ के हाथ में था। उसने राजा के विरूद्ध विद्रोह करके डोडराक्वार को अपने कब्जे में करने का प्रयास किया। वहां की जनता ने भी उसका साथ दिया था। परन्तु बाद में रणबहादुर सिंह को कैद कर लिया और उसे मुक्त भी किया गया परन्तु शिमला में उसकी मृत्यु हो गई।

    10. मण्डी में किसान आन्दोलन (1909)- मंडी में राजा भवानी सेन के समय में 1909 में किसानों द्वारा आन्दोलन किया गया। राजा के वजीर ‘जीवानंद पाधा’ के अत्याचार और उसके द्वारा रियासत में फैलाए गए भ्रष्टाचार तथा आर्थिक शोषण से वहां की जनता परेशान थी। ऐसी स्थिति में सरकाघाट क्षेत्र से शोभाराम 20 व्यक्तियों का एक शिष्ट मण्डल अपनी शिकायतों को लेकर राजा के पास मण्डी आया। राजा ने वजीर की बातों में आकर शिकायतों की ओर ध्यान नहीं दिया। अन्त में राजा भवानी सेन को अंगे्रजी सरकार से मदद लेनी पड़ी। बाद में जनता की मांग पर वजीर जीवानंद को पदच्युत कर दिया गया और राजेन्द्र पाल को राजा का सलाहकार नियुक्त किया गया। इसके बाद मण्डी के किसानों के करों में कमी की गई और जनता की मांग पूरी होने के बाद आन्दोलन समाप्त हो गया।

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    11. सुकेत में जनआन्दोलन (1924-26)- सुकेत में 1878 . के बाद 1924-26 में भी एक जनआन्दोलन हुआ था। सुकेत के राजा लक्ष्मण सेन के काल में जनता से जरूरत से अधिक लगान लिया जाता था। बेगार प्रथा भी जोरों पर थी। राजा के नाम से ‘लक्ष्मण’ कानून चलाया जाता था। 1924 में जब बेगार, लगान और करों से जनता परेशान हो गई, तब जनता ने आन्दोलन शुरू किया। इस आन्दोलन का नेतृत्व सुन्दरनगर (वनैड) के मियां रत्न सिंह ने किया। लोगों ने मियां रत्न सिंह के नेतृत्व में कचहरी का घेराव किया। स्थिति को नाजुक देखकर रत्न सिंह ने लोगों को शान्त रहने का कहा। मियां रत्न सिंह और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया और लोगों को डरा कर यहांवहां कर दिया। 42 व्यक्ति पकड़े गए और उन्हें जालन्धर, रावलपिंडी आदि जेलों में रखा गया।

    12. सिरमौर में आन्दोलन (1929)- 1929 में भूमि बन्दोबस्त के विरोध में सिरमौर मेें पांवटा साहिब और नाहन में लोगों ने पं. राजेन्द्र दत्त के नेतृत्व में आन्दोलन किया। राजा अमर प्रकाश और अंग्रेज सरकार को पांवटा के लोगों ने संदेश भेजे। राज्य सरकार के कहने पर आन्दोलन को दबाने का प्रयास किया और थोड़े समय के बाद सिरमौर में जनआन्दोलन शान्ति से समाप्त हो गया।

    13. बिलासपुर में जनआन्दोलन (1930)- बिलासपुर में 1930 मेें भूमि बन्दोबस्त के कारण जनआन्दोलन हुआ। सबसे पहले परगना बहादुरपुर के लोगों ने बन्दोबस्त के विरूद्ध आन्दोलन शुरू हुआ। उन्होंने बन्दोबस्त के कर्मचारियों को लकड़ी, दूध, घी, रोटी आदि मुफ्त देना बन्द कर दिया। बहादुरपुर के लोगों ने तंग आकर पटवारियों के पैमाईश के सामान को तोडफोड़ दिया। पुलिस नमहोल गांव मेें मेले के अवसर पर एकत्रित कुछ आन्दोलनकारियों को पकड़कर बिलासपुर ले गई। कुछ आन्दोलनकारियों को हिरासत में लेकर जेलों में बन्द कर दिया। पुलिस द्वारा इस बगावत में डण्डा चलाने के कारण इस आन्दोलन का नाम ‘डाण्डरा’ आन्दोलन पड़ गया।

    14. सिरमौर का पझौता किसान आन्दोलन (1942-43)- जब सिरमौर के ऊपरी क्षेत्र पझौता में किसान आन्दोलन शुरू हुआ उन दिनों दूसरा विश्वयुद्ध जोरों पर था। बंगाल मेें भारी अकाल पड़ा था। अनाज की कमी हो रही थी। इसलिये रियासती सरकार ने किसानों पर रियासत से बाहर अनाज भेजने पर रोक लगा दी जहां बेचने पर अच्छे मूल्य मिलते थे। किसानों को यह भी आदेश दिया गया कि वे लोग अपने पास थोड़ा अन्न रखे शेष अन्न सरकारी कोआपरेटिसव सोसायटियों मंे बेच दें। पझौता के गांव टपरौली में अक्तूबर 1942 को किसान एकत्रित हुए और स्थिति से निपटने के लिए ‘पझौता किसान सभा’ का गठन किया। इस सभा के प्रधान ‘लक्ष्मी सिंह’ गांव कोटला तथा सचिव वैद्य सूरत सिंह कटोगड़ा चुने गये। इनके अलावा इस सभा में मियांचूंचूं, मियां गुलाब सिंह आदि शामिल थे। इस आन्दोलन का समूचा नियंत्रण व सचांलन वैद्य सूरत सिंह के हाथ में था। उसने राजा राजेन्द्र प्रकाश को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि वह स्वयं लोगों की परेशनियां जानने के लिए इलाके का दौरा करें। परन्तु राजा अपने कर्मचारियों की चापलूसी पर आश्रित था। कर्मचारियों ने राजा को लोगों से मिलने नहीं दिया।

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  • Naib Tehsildar / Tehsil Welfare Officer Prelim Examination Paper – 17-06-2018

    Naib Tehsildar / Tehsil Welfare Officer Prelim Examination Paper – 17-06-2018

    1 73वें संशोधन में किस अनुच्छेद के अन्तर्गत पंचायतों में महिलाओं हेतु एक-तिहाई सीटें आरक्षित की गई हैं।

    (ं) अनुच्छेद 243-ए (इ) अनुच्छेद 243-बी

    (ब) अनुच्छेद 243-सी (क) अनुच्छेद 243-डी

    2. भारत के राष्ट्रपति हेतु चुनाव मंडल में निम्न सम्मिलित होते हैंः

    (ं) संसद के सभी सदस्य

    (इ) राज्य विधानमंडलों के सभी सदस्य

    (ब) संसद के दोनों सदनों एवं राज्य विधानमण्डलों के सभी चुने हुए सदस्य

    (क) उपर्युक्त सभी

    3. संविधान का कौन सा अनुच्छेद राष्ट्रपति को सभी कार्यकारी शक्तियां प्रदान करता है

    (ं) अनुच्छेद 52 (इ) अनुच्छेद 53

    (ब) अनुच्छेद 54 (क) अनुच्छेद 55

    4. धन विधयेक के बारे में अन्तिम निर्णय कौन देता है

    (ं) राष्ट्रपति (इ) प्रधानमंत्री

    (ब) सर्वोच्च न्यायालय (क) लोक सभा अध्यक्ष

    5. राष्ट्रपति द्वारा जारी अध्यादेश संसद सत्र प्रारम्भ होने के कितने समय के अन्दर सदन के पटल पर रखना पड़ता है

    (ं) 6 माह (इ) 6 दिन

    (ब) 6 सप्ताह (क) 2 माह

    6. अनुच्छेद 32 के अन्तर्गत सर्वोच्च न्यायालय कितने प्रकार के आदेश जारी कर सकता है

    (ं) 3 (इ) 5 (ब) 4 (क) 6

    7. नीति-निर्देशक सिद्धांत का विचार किस देश के संविधान से लिया गया

    (ं) ब्रिटेन (इ) आयरलैंड

    (ब) अमेरिका (क) फ्रांस

    8. भारतीय संविधान का कौन सा अनुच्छेद राजनैतिक दल बनाने की स्वीकृति देता है

    (ं) अनुच्छेद 132 (इ) अनुच्छेद 111

    (ब) अनुच्छेद 32 (क) उपर्युक्त में से कोई नहीं

    9. संविधान का अनुच्छेद-1 भारत को किस रूप में परिभाषित करता हैं

    (ं) एक राज्यों का संघ

    (इ) एक अर्द्ध-संघात्मक राज्य (ब) एक संघ

    (क) एक परिसंघ

    10. 31 दिसम्बर 2017 को लोक सभा की कुल सदस्यता कितनी थी

    (ं) 538 (इ) 537

    (ब) 542 (क) 550

    11. किसके समय में प्रथम फैक्टरी अधिनियम पारित हुआ

    (ं) लाॅर्ड कैनिंग (इ) जाॅन लाॅरेन्स

    (ब) लाॅर्ड रिपन (क) लाॅर्ड डुरिन

    12. निम्न में कौन औपनिवेशिक अर्थव्यवस्था की राष्ट्रवादी समीक्षा प्रस्तुत नहीं करता है

    (ं) डी. आर. भण्डारकर

    (इ) दादाभाई नौरोजी

    (ब) आर.सी. दत्त

    (क) सचिदानन्द सिन्हा

    13. 1905 ई. में कांग्रेस अधिवेशन की अध्यक्षता किसने की जिसमें बंगाल के स्वदेशी तथा बहिष्कार आन्दोलन का समर्थन किया गया

    (ं) बी. जी. तिलक (इ) लाजपत राय

    (ब) सी. आर. दास (क) जी. के. गोखले

    14. अमेरिका मंे गदर पेपर के मुख्यालय को क्या नाम दिया गया

    (ं) देशान्तर आश्रम (इ) युगान्तर आश्रम

    (ब) गदर आश्रम (क) भारत आश्रम

    15. औपनिवेशिक काल में विधान-परिषद् से प्रथम सदन-त्याग कब आयोजित हुआ

    (ं) 1901 (इ) 1902

    (ब) 1904 (क) 1905

    16. लंदन में कर्ज़न-वायली की हत्या किसने की

    (ं) राशबिहारी बोस (इ) अजीत सिंह

    (ब) मदनलाल ढींगरा (क) खुदीराम बोस

    17. निम्न में कौन 1946 ई. में अन्तरिम सरकार का सदस्य नहीं थी

    (ं) सरदार वल्लभभाई पटेल

    (इ) जगजीवन राम

    (ब) बलदेव सिंह

    (क) बी. आर. अम्बेडकर

    18. रहनुमाई मज़देयसन सभा किसके सुधार का मनोभाव करती है

    (ं) एंग्लो-इंडियन्स का (इ) पारसियों का

    (ब) मुसलमानों का (क) हिन्दुओं का

    19. निम्नलिखित व्यक्तियों में कौन अपने समाचार-पत्र के साथ सही सुमेलित नहीं है

    (ं) दादाभाई नौरोजी- इण्डियन मिरर

    (इ) बी.जी. तिलक – केसरी

    (ब) सिसिर कुमार घोष- अमृत बाजा़र पत्रिका

    (क) जी. के. गोखले – सुधारक

    20. किस कला से अबीनीन्द्रनाथ टैगोर ने प्रेरणा नहीं ली

    (ं) मुगल (इ) अजन्ता

    (ब) राजपूत (क) न्यूज़ीलैंड

    21. पश्चिम में किसने विभिन्न वेदांत सभाओं की स्थापना की

    (ं) हरदयाल (इ) गोपाल हरि देशमुख

    (ब) विवेकानन्द (क) राजा राममोहन राय

    22. देवबंद का शिक्षा-कार्यक्रम घटाकर कितना किया गया

    (ं) 9 वर्ष (इ) 6 वर्ष

    (ब) 8 वर्ष (क) 5 वर्ष

    23. भारतीय पुरातत्त्वीय सर्वेक्षण का प्रथम डायरेक्टर-जनरल कौन था

    (ं) ए. कनिंघम (इ) एम. व्हीलर

    (ब) सर जाॅन मार्शल (क) दयाराम साहनी

    24. निम्न में से किसने स्त्रियों का स्तर सुधारने के लिए 1899 ई. में पंजाब के मोगा मंे एक सह-शिक्षा विद्यालय खोला

    (ं) आर्य समाज (इ) प्रार्थना समाज

    (ब) सिंह सभा (क)े देव समाज

    25. महात्मा गांधी ने सर्वप्रथम कौन सी पुस्तक लिखी

    (ं) दि कलेक्टड वक्र्स आॅफ महात्मा गंाधी

    (इ) दि स्टोरी आॅफ माई एक्सपेरिमेन्ट्स वद ट्रुथ

    (ब) हिन्द स्वराज (क) दि हरिजन

    26. गांधी ने समाज-परिवर्तन के लिए निम्न में से कौन से सुधार पर विचार करना आवश्यक नहीं समझा

    (ं) हिन्दू-मुस्लिम एकता

    (इ) वर्ण-व्यवस्था की समाप्ति

    (ब) स्वदेशी (क) अस्पृश्यता की समाप्ति

    27. गांधी जी ने दांडी मार्च कब आरम्भ किया

    (ं) 19 मार्च, 1930

    (इ) 15 मार्च, 1930

    (ब) 21 मार्च, 1930

    (क) 12 मार्च, 1930

    28. कांग्रेस के किस विशेष अधिवेशन मंे गांधी ने सरकार के विरुद्ध अपने सत्याग्रह के विचार को स्वीकृति के लिए प्रस्तुत किया

    (ं) बम्बई, 1918 (इ) अहमदाबाद, 1921

    (ब) कलकत्ता, 1920 (क) अमृतसर, 1919

    29. गांधी को कब यह अनुभूति हुई कि उसका भारत में संघर्ष बहादुर की अहिंसा पर आधारित नहीं था

    (ं) 1947 (इ) 1948

    (ब) 1942 (क) 1940

    30. गांधी के न्यासिता के सिद्धांत की कौनसी विशेषता नहीं है

    (ं) पूंजीवादी समाज को समतावादी बनाना

    (इ) ऊपरी तथा निम्न आय की सीमा निश्चित करना

    (ब) समाज की आवश्यकता के आधार पर उत्पादन का स्वरूप निर्धारित हो

    (क) सरकार को व्यक्तियों के जीवन का स्वामी बनाना

    31. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा निम्न में से कौन सी दर निर्धारित नहीं की जाती है

    (ं) बैंक दर (इ) एस.एल. आर.

    (ब) पी.एल.आर. (क) सी.आर.आर.

    32. ‘श्वेत क्रांति’ का जनक किसे कहा जाता है

    (ं) एम. एस. स्वामीनाथन (इ) बी. पी. पाल

    (ब) के. एन. बहल (क) वी. कुरियन

    33. भारत में किसानों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड योजना कब शुरू की गयी

    (ं) 1995-96 (इ) 1998-99

    (ब) 2005-06 (क) 2007-08

    34. किस औद्योगिक नीति द्वारा लघु उद्योग की अवधारणा रखी गयी

    (ं) 1948 का औद्योगिक नीति संकल्प

    (इ) 1956 का औद्योगिक नीति संकल्प

    (ब) 1977 का औद्योगिक नीति संकल्प

    (क) उपर्युक्त में से कोई नहीं

    35. न्यूनतम समर्थन मूल्य तथा इश्यू कीमतों को कौन सुझाता है

    (ं) कृषि मंत्रालय

    (इ) कृषि लगान एवं कीमत आयोग

    (ब) नीति आयोग (क) नाबार्ड

    36. भारतीय अर्थव्वस्था किस प्रकार की है

    (ं) पूंजीवादी अर्थव्यवस्था (इ) समाजवादी अर्थव्यवस्था

    (ब) मिश्रित अर्थव्यवस्था

    (क) एकाधिकारात्मक अर्थव्यवस्था

    37. जनसंख्या नीति कब लागू की गई

    (ं) 15 फरवरी 2000 (इ) 15 फरवरी 2001

    (ब) 15 फरवरी 2002 (क) 14 फरवरी 2000

    38. भारत में सार्वजनिक वितरण प्रणाली का मुख्य उद्देश्य क्या है

    (ं) बाजार कीमत को नियंत्रित करना

    (इ) गरीबों को खाद्य सुरक्षा देना

    (ब) कालाबाजारी रोकना

    (क) निर्यात को बढ़ावा देना

    39. द्वितीय हरित क्रांति का ध्यान किस पर केन्द्रित है

    (ं) कृषि स्थिरता (इ) पर्यावरण इश्यू

    (ब) ग्रामीण असमानताएं घटाना

    (क) उपर्युक्त सभी

    40. भारतीय अर्थव्यवस्था के किस क्षेत्र में छिपी हुई बेरोजगारी पाई जाती है

    (ं) कृषि (इ) उद्योग

    (ब) सेवायें (क) विनिर्माण

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    41. विद्युत शक्ति की एक अश्व-शक्ति बराबर हैः

    (ं) 746 वाट (इ) 1000 वाट

    (ब) 373 वाट (क) 220 वाट

    42. जब एक छड़ चुम्बक को एक धागे के साथ स्वतंत्र रूप से लटकाएं, तो यह हमेशा स्थिर रहती हैः

    (ं) दक्षिण-उत्तर दिशा में

    (इ) उत्तर-दक्षिण दिशा में

    (ब) पूर्व-पश्चिम दिशा में

    (क) पश्चिम-पूर्व दिशा में

    43. संपीड़ित प्राकृतिक गैस (सी.एन.जी.) का मुख्य घटक हैः

    (ं) ब्यूटेन (इ) मीथेन

    (ब) ईथेन (क) प्रोपेन

    44. मानव आंखों में निकटदृष्टि (मायोपिया) की कमी को निम्न को उपयोग करके इसे ठीक किया जा सकता हैः

    (ं) समावतल लेंस (इ) समोत्तल लेंस

    (ब) अवतल लेंस (क) उत्तल लेंस

    45. दूध के खट्टेपन के लिए कौन सा जिम्मेदार हैं

    (ं) साइट्रिक ऐसिड (इ) लैक्टिक ऐसिड

    (ब) ऐसीटिक ऐसिड (क) फाॅर्मिक ऐसिड

    46. पृथ्वी की परत में सबसे अधिक प्रचुर मात्रा में कौन सा धातु है

    (ं) लौह (इ) ऐलुमिनियम

    (ब) कैल्सियम (क) सोडियम

    47. विभिन्न परमाणु संख्याओं के साथ विभिन्न तत्वों के अणु, जिनके पास समान परमाणु भार है, के रूप में जाना जाता हैः

    (ं) आइसोमर (इ) समस्थानिक

    (ब) आइसोकोर (क) आइसोबार

    48. निम्न में से कौन सा प्रदूषण श्वसन रोगों का प्रमुख कारण है

    (ं) नाइट्रोजन आॅक्साइड (इ) कार्बन मोनोआॅक्साइड

    (ब) विलंबित सूक्ष्मकण (क) वाष्पित कार्बनिक यौगिक

    49. कोशिका में नाभिक की खोज किसने की

    (ं) राॅबर्ट हुक (इ) राॅबर्ट ब्राउन

    (ब) पर्किन्जे (क) ल्यूवेनहाॅक

    50. चमगादड़ अपने शिकार को खोजने और अंधेरी रात में उड़ने के लिए निम्नलिखित तरंगें उत्सर्जित एवं वापस प्राप्त करते हैंः

    (ं) अवश्रव्य तरंगें (इ) पराश्रव्य तरंगेें

    (ब) पराबैंगनी तरंगेें (क) अवरक्त तरंगंे

    51. त्रिशूल चोटी किस राज्य में स्थित है

    (ं) हिमाचल प्रदेश (इ) ओडिशा

    (ब) उत्तराखंड (क) उत्तर प्रदेश

    52. निम्न में से कौनसा एक जीवमंडल आरक्षित नहीं है

    (ं) मानस (इ) नोकरेक

    (ब) पचमढ़ी (क) रणथम्भौर

    53. रामसर सम्मेलन कहां आयोजित किया गया था

    (ं) अफगानिस्तान (इ) इराक

    (ब) ईरान (क) तुर्की

    54. करेवा मिट्टी किस राज्य में पाई जाती है

    (ं) अरुणाचल प्रदेश (इ) हिमाचल प्रदेश

    (ब) जम्मू और कश्मीर (क) उत्तराखंड

    55. निम्नलिखित में से कौन सा एक पर्णपाती वृक्ष नहीं है

    (ं) अर्जुन (इ) गुरजन

    (ब) पलाश (क) साल

    56. निम्न में से कौन सी नदी पूर्व से पश्चिम में बहती है

    (ं) दिबांग (इ) लोहित

    (ब) मानस (क) सुबनसिरी

    57. निम्नलिखित मंे से कौन सा चैनल निकोबार द्वीप-समूह से अंडमान को अलग करता है

    (ं) 80 चैनल (ब) 90 चैनल

    (इ) 110 चैनल (क) 100 चैनल

    58. निम्नलिखित में से कौन सा सही सुमेलित नहीं हैं

    बांध नदी

    (ं) दुलहस्ती – चिनाब

    (इ) रिहन्द – केन

    (ब) पचेत – दामोदर

    (क) टिहरी – भागीरथी

    59. एशिया आपदा त्वरित सूचना केन्द्र स्थित हैः

    (ं) बैंकाक (इ) केरल

    (ब) सूरत (क) उपर्युक्त में से कोई नहीं

    60. भारतीय तटरेखा का कितना भाग आपदा से प्रभावित है

    (ं) 5340 किलोमीटर (इ) 5400 किलोमीटर

    (ब) 6200 किलोमीटर (क) 5700 किलोमीटर

    61. 1625-30 ईसवी के आसपास नूरपुर रियासत के किस राजा ने चम्बा रियासत के क्षेत्र में तारागढ़ किला बनाया

    (ं) बसु (इ) जगत सिंह

    (ब) जय सिंह (क) राजरूप सिंह

    62. उस योगी का क्या नाम था जिसने चम्बा रियासत के राजा साहिल वर्मन को रियासत की नई राजधानी का स्थल चुनने में मार्गदर्शन किया

    (ं) गोरखनाथ (इ) भोलानाथ

    (ब) चरपट नाथ (क) बालकनाथ

    63. किस मुगल सम्राट ने कांगड़ा किले के अन्दर मस्जिद बनवाई

    (ं) हूमायूं (इ) अकबर

    (ब) जहांगीर (क) औरंगज़ेब

    64. यूरोप के किस यात्री ने 1783 ईसवी के आसपास नाहन से नूरपुर होते हुए जम्मू की यात्रा की

    (ं) हरकोर्ट (इ) फोरस्टर

    (ब) विगने (क) बर्नियर

    65. 850-900 ईसवी के आसपास सुकेत रियासत ने कुल्लू के किस राजा को बन्दी बनाया

    (ं) सिद्ध पाल (इ) बहादुर सिंह

    (ब) भूप पाल (क) बिधि सिंह

    66. बुशहर के राजा केहरी सिंह और तिब्बत के मध्य किस सदी में संधि हुई

    (ं) 14वीं सदी (इ) 15वीं सदी

    (ब) 16वीं सदी (ं) 17वीं सदी

    67. उन्नीसवीं सदी की पहली चैथाई के दौरान गोरखों और अंग्रेजों के मध्य किस स्थान पर निर्णायक युद्ध हुआ

    (ं) जातक हिल्स (इ) हरिपुर धार

    (ब) सेन धार (क) धारथी धार

    68. हिंडूर रियासत के शासक वंश की स्थापना किसने की

    (ं) बीर चन्द (इ) अजीत चन्द

    (ब) काहल चन्द (क) बिक चन्द

    69. किन दो ठकुराइयों को 1846 ईसवी मंे जुब्बल रियासत के अधीन कर दिया गया

    (ं) रावींगढ़ और रतेश (इ) रावींगढ़ और सांगरी

    (ब) रावींगढ़ और खनेटी (क) रावींगढ़ और ढाडी

    70. 1857 के सैन्य विद्रोह के दौरान बुशहर रियासत को किस राजा ने अंग्रेजों के साथ प्रतिकूल व्यवहार किया

    (ं) शमशेर सिंह (इ) महेन्द्र सिंह

    (ब) उग्र सिंह (क) रुद्र सिंह

    71. निम्नलिखित में से किसे लाहौर षड्यंत्र केस में मृत्यृ दण्ड दिया गया, जिसे बाद में आजीवन कारावास में बदल दिया गया

    (ं) हृदय राज (इ) हरदेव

    (ब) मथरादास (क) मियां जवाहर सिंह

    72. नरेन्द्र मंडल (चैम्बर आॅफ प्रिसंज) की स्थापना कब हुई

    (ं) 1911 ई. को (इ) 1915 ई. को

    (ब) 1921 ई. को (ंक) 1927 ई. को

    73. 2011 की जनगणना के अनुसार हि.प्र. के किस जिले में अनुसूचित जातियों की आबादी का प्रतिशत सबसे कम था

    (ं) कुल्लू (इ) बिलासपुर

    (ब) लाहुल-स्पीति (क) हमीरपुर

    74. कौन सा पर्वतीय दर्रा सबसे अधिक ऊंचाई पर है

    (ं) कांगला (इ) परांगला

    (ब) कुंजम (क) दराती

    75. डोडरा-क्वार और सांगला (किन्नौर) के बीच कौन सी झील स्थित है

    (ं) करली (इ) करेरी

    (ब) घडासरू (क) ब्राडोंसर

    76. नीचे कुछ नदियों के और उनकी सहायक जलधाराओं के नाम हैं। इसमें से बेमेल को पहचानिये।

    (ं) युमना – जलाल

    (इ) सतलुज – आंध्रा

    (ब) ब्यास – स्पिन

    (क) चिनाव – मियार

    77. पब्बर नदी का पोषक कौन सा हिमनद है

    (ं) कुल्टी (इ) शिल्ली

    (ब) चन्द्रनाहन (क) पाचा

    78. शिकारी देवी वन्य-प्राणी शरण स्थल हिमाचल प्रदेश के मण्डी जिले के किस कस्बे के पास है

    (ं) जोगिन्द्र नगर (इ) सरकाघाट

    (ब) पंडोह (क) सुन्दरनगर

    79. फुलैच त्योहार हि.प्र. के किस क्षेत्र से मुख्य रूप से जुड़ा है

    (ं) भरमौर (इ) किन्नौर

    (ब) सिरमौर (क) सप्रून

    80. चम्बा का मिंजर मेला किस दिन शुरू होता है

    (ं) सावन महीने के पहले सोमवार को

    (इ) सावन महीने के दूसरे रविवार को

    (ब) भादों महीने के पहले सोमवार को

    (क) भादों महीने के दूसरे रविवार को

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    81. निम्नलिखित में से कौन चित्रकला कलम केशवदास की रसिकक्रिया नायक-नायिका प्रसंग के बारे में है

    (ं) चम्बा (इ) बसोहली

    (ब) अर्की (क) बिलासपुर

    82. निम्नलिखित में से कौन सा मन्दिर पैगोड़ा शैली का है

    (ं) हिडिम्बा (मनाली) (इ) लक्षणा देवी (भरमौर)

    (ब) शिकारी देवी (छितराड़ी)

    (क) हाटेश्वरी देवी (हाटकोटी)

    83. हि.प्र. में लगभग कितनी सेवाएं पब्लिक सर्विस गांरटी एक्ट के अधीन शामिल कर दी गई है

    (ं) 127 (इ) 147

    (ब) 167 (क) 187

    84. हि.प्र. के चम्बा जिले में किस स्थान पर भेड़ प्रजनन फार्म है

    (ं) बाथरी (इ) सरोल

    (ब) महला (क) बनीखेत

    85. सुकेती जीवाशम पार्क हि.प्र. के किस जिले में हैं

    (ं) मण्डी (इ) शिमला

    (ब) सिरमौर (क) सोलन

    86. शिमला शहर की बैंटनी कोठी जिसे ग्रीष्म कालीन महल के रूप मंे प्रयोग किया जाता था, किस रियासत की थी

    (ं) जुब्बल (इ) क्योंथल

    (ब) पटियाला (क) सिरमौर

    87. जुलाई 1939 ईसवी में किसने धामी प्रेम प्रचारणी सभा की स्थापना की

    (ं) पंडित सीताराम (इ) भागमल सौठा

    (ब) सत्यदेव बुशैहरी (क) दीनानाथ आंधी

    88. हि.प्र. में सीमांत जोतों का प्रतिशत लगभग कितना है

    (ं) 59.78 (इ) 63.26

    (ब) 66.73 (क) 69.78

    89. पांच मेगावाट की बैरा डोल सौर परियोजना हि.प्र. के किस जिले में प्रस्तावित है

    (ं) मण्डी (इ) हमीरपुर

    (ब) ऊना (क) बिलासपुर

    90. बेटी है अनमोल योजना हि.प्र. में कब लागू हुई

    (ं) मार्च 2009 में (इ) जुलाई 2010 में

    (ब) अगस्त 2011 में (क) सितम्बर 2012 में

    91. किस भारतीय राष्ट्रपति ने ‘दि टर्बूलेंट ईयर्स, 1980-1996’ पुस्तक लिखी

    (ं) प्रणव मुखर्जी (इ) ए.पी.जे. अब्दुल कलाम

    (ब) के.आर. नारायणन (क) रामनाथ कोविंद

    92. 6 अप्रैल 1980 में स्थापना के समय भारतीय जनता पार्टी के प्रथम अध्यक्ष कौन थे

    (ं) अटल बिहारी बाजपेयी

    (इ) श्यामा प्रसाद मुखर्जी

    (ब) एल. के. अडवाणी

    (क) मुरली मनोहर जोशी

    93. निम्न में से कौन स्वत्रंता उपरांत भारतीय सेना के कमांडर-इन-चीफ रहे

    (ं) जनरल सर रोब लोकहार्ट

    (इ) जनरल सर रौय बुचर

    (ब) जनरल (बाद मेें फील्ड मार्शल) के.एम. करिअप्पा

    (क) उपर्युक्त सभी

    94. 2018 के गोल्ड कोस्ट में हुए काॅमनवेल्थ खेलों में भारत के खिलाड़ियों को किस खेल में सभी प्रतिभागियों को पदक मिला

    (ं) निशानेबाजी (इ) कुश्ती

    (ब) बैडमिन्टन (क) वेटलिफ्टिंग

    95. 2017 का खेल रत्न पुरस्कार किसे दिया गया

    (ं) देवेन्द्र झाझारिया (इ) सरदार सिंह

    (ब) देवेन्द्र झाझारिया एवं सरदार सिंह दोनों को

    (क) दीपा करमाकर

    96. 26 जनवरी, 2017 के 68वें गणतंत्र दिवस परेड पर कौन मुख्य अतिथि थे

    (ं) अबुधाबी के राजकुमार

    (इ) ईरान के राष्ट्रपति

    (ब) रूस के राष्ट्रपति

    (क) अमेरिका के राष्ट्रपति

    97. माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने वर्तमान में किसे भारतीय क्रिकेट कन्ट्रोल बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया है

    (ं) अनुराग ठाकुर (इ) शरद पवार

    (ब) विनोद राॅय (क) राजीव शुक्ला

    98. सताधारी दल के राष्ट्रपति के प्रत्याशी रामनाथ कोविन्द के विरुद्ध विरोधी दल के प्रत्याशी के रूप मंे किसने चुनाव लड़ा

    (ं) मीरा कुमार (इ) मीरा नायर

    (ब) राजमेहर गांधी (क) रेणुका चैधरी

    99. 2017 में यूनेस्को द्वारा किस भारतीय शहर को विश्व धरोहर शहर घोषित किया गया है

    (ं) जयपुर (इ) वाराणसी

    (ब) अहमदाबाद (क) लखनऊ

    100. 2017 में किसे भारतीय फिल्म सेंसर बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया

    (ं) प्रसून जोशी (इ) अनुपम खेर

    (ब) शर्मिला टैगोर (क) बाबुल सुप्रियो

    101. सन् 2017 का दादा साहेब फाल्के सम्मान किसे दिया गया

    (ं) के. विश्वनाथ (इ) दिलीप कुमार

    (ब) मनोज कुमार (क) विनोद खन्ना

    102. वर्तमान मंें श्रीनगर व जम्मू के बीच किस सबसे लम्बी सड़क सुरंग का प्रधान मंत्री ने अनावरण किया

    (ं) चैनानी-नासरी (इ) ढोला-सादिया

    (ब) जोजिला-सुरंग (क) सेंडविन सड़क सुरंग

    103. मई 2017 में इसरो ने किस दक्षिण एशियाई सैटेलाइट का प्रक्षेपण किया

    (ं) जीसैट-17 (इ) जीसैट- 12

    (ब) जीसैट- 09 (क) जीसैट- 07

    104. 5-25 अक्टूबर, 2017 को पर्यटन मंत्रालय द्वारा आयोजित ‘पर्यटन पर्व’ का मूल बिन्दु क्या था

    (ं) एक भारत श्रेष्ठ भारत

    (इ) एक भारत स्वच्छ भारत

    (ब) एक भारत एक संस्कृति

    (क) एक भारत एक विश्व

    105. सन् 2017 में निम्न में से किसे पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया

    (ं) शरद पवार (इ) मुरली मनोहर जोशी

    (ब) पी. ए. संगमा (क) उपर्युक्त सभी को

    106. किस तिथि को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप मंे मनाया जाता है

    (ं) 21 जून (इ) 5 मार्च

    (ब) 24 अक्टूबर (क) 25 दिसम्बर

    107. सन् 2017 का भूपेन हजारिका राष्ट्रीय पुरस्कार किसे दिया गया

    (ं) हरप्रसाद दास (इ) येशे दोरजी थोंगशी

    (ब) मनु एस. पिल्लई (क) पारो आनन्द

    108. भारत का मुख्य चुनाव आयुक्त कौन है

    (ं) ओमप्रकाश रावत (इ) अचल कुमार जोती

    (ब) नवीन चावला (क) एन. गोपालस्वामी

    109. अक्टूबर 2017 में गुजरात में प्रथम बार नौका सेवायंे किन स्थानों के मध्य प्रारम्भ हुई

    (ं) घोघा – दाहेज

    (इ) भरुच – केवादिया

    (ब) अरणाकुलम- कालामसरी

    (क) कन्याकुमारी – अलूर पोर्ट

    110. निम्न में से किसे 2017 का इन्दिरा गांधी शान्ति, निरस्त्रीकरण एवं विकास का सम्मान दिया गया

    (ं) प्रणब मुखर्जी (इ) मनमोहन सिंह

    (ब) कपिल सिब्बल (क) पी. चिदम्बरम

    111. निम्न में से किस भारतीय मूल के व्यक्ति को दवा एवं सामुदायिक सेवाओं में योगदान हेतु आस्ट्रेलिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्रदान किया गया

    (ं) पुरुषोत्तम सावरिकर (इ) मक्खन सिंह खंगुरे

    (ब) विजय कुमार (क) उपर्युक्त सभी को

    112. निम्न में से किसे 2017 का फ्रांस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘लिजेंड ओनेयूर’ दिया गया

    (ं) सचिन तेन्दुलकर (इ) सौमित्रा चटर्जी

    (ब) अमिताभ बच्चन (क) सत्यजीत रे

    113. निम्न में से किस भारतीय न्यायाधीश को अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय का जज चुन गया

    (ं) नगेन्द्र सिंह (इ) जगदीश भगवती

    (ब) दीपक मिश्रा (क) दलवीर भंडारी

    114. वर्तमान में लीक हुए ‘पैराडाइज पेपर्स’ किससे संबंधित थे

    (ं) राॅ के गुप्त दस्तावेज

    (इ) के.जी.बी. के गुप्त दस्तावेज

    (ब) सी.आई.ए. के गुप्त दस्तावेज

    (क) गुप्त टैक्स हैवंज में निवेश

    115. यूनेस्को को छोड़ने की इच्छा किन देशें ने व्यक्त की

    (ं) अमेरिका एवं इजराइल

    (इ) सीरिया एवं ईरान

    (ब) चीन एवं पाकिस्तान

    (क) कोरिया एवं जापान

    116. सन् 2017 को नोबेल शान्ति पुरस्कार किस संगठन को दिया गया

    (ं) यूनेस्को (इ) डब्ल्यू. एच. ओ.

    (ब) आई.सी.ए.एन. (क) आई.एल.ओ.

    117. सन् 2017 को ब्रिक्स का नौवां सम्मेलन किस देश में हुआ

    (ं) रूस (इ) चीन

    (ब) भारत (क) दक्षिण अफ्रीका

    118. दक्षेस (सार्क) के कुल कितने सदस्य है

    (ं) 8 (इ) 7 (ब) 6 (क) 5

    119. संयुक्त राष्ट्र महासचिव कौन है

    (ं) कोफी अन्नान (इ) अन्टोनियो गुटरेस

    (ब) बान-की-मून (क) पेरेज डी. क्यूलर

    120. वर्तमान में पाकिस्तान के प्रधान मंत्री कौन हैं

    (ं) शहिद खाकन अब्बासी

    (इ) नवाज शरीफ

    (ब) बेनजीर भूट्टो

    (क) आसिफ अली जरदारी

     


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  • हिमाचल – अर्थव्यवस्था (Hindi)

    हिमाचल – अर्थव्यवस्था (Hindi)

    अर्थ व्यवस्था

    हिमाचल प्रदेष एक कृशि प्रधन प्रदेष है। सन् 1948 में हिमाचल बनने से पूर्व इस क्षेत्रा के लोगों के आर्थिक विकास और समाज कल्याण के लिए कम ध्यान दिया जाता था। तत्कालीन रियासतों में से कोई भी आर्थिक रूप से सुदृढ़ नहीं थीं। रियासतों के षासक अपने क्षेत्रों को विकसित करने की इच्छा भी नहीं रखते थे। राजा लोग अपने रंगों में रंगे होते थे और प्रजा के प्रति उनका व्यवहार प्रायः नकारात्मक था और प्रजा बेचारी असहाय होती थी। लोग गरीब और साध्नहीन थे। परिवहन के साध्न न होने के कारण वे खेतों में पैदा किए गए अनाजों, सब्जियों, फलों व अन्य वस्तुओं को बाजार तक नहीं पहुंचा पाते थे। उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय थी। अंग्रेजों ने भी अपने अध्ीन क्षेत्रों की ओर ध्यान नहीं दिया। लोग अपने गुजारे के लिए केवल जमीन पर ही निर्भर रहते थे। लोगों के पास थोड़ी बहुत उपजाऊ भूमि ही होती थी। आम किसान पहाड़ की हिमाचल के गठन के पष्चात् प्रदेष के लोगों और सरकार ने अपनी तथा प्रदेष की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने के लिए प्रयास आरम्भ किए। आज हिमाचल की आर्थिक अवस्था कृशि, बागवानी, जल विद्युत, सड़कों और परिवहन पर पूर्णतया आधरित है।

    कृशि

    हिमाचल प्रदेष के लोगों का मुख्य व्यवसाय कृशि है। 76 प्रतिषत जनसंख्या इस पर निर्भर है। यदि उन लोगों की भी गिनती की जाए जो परोक्ष रूप से कृशि पर निर्भर है तो हम कह सकते हैं कि 92 प्रतिषत लोग अपनी आजीविका इस महत्त्वपूर्ण व्यवसाय से पैदा करते हैं। कृशि के कार्य से राज्य के घरेलू उत्पादन में 50 प्रतिषत षु( लाभ होता है। अर्थ व्यवस्था में कृशि के महत्त्व को सम्मुख रखते हुए इस कार्य को पांचवें दषक से ही प्राथमिकता दी जाने लगी। अनाज और दूसरी नकदी फसलें, सब्जियां, तिलहन, अदरक आदि का अध्कि उत्पादन हुआ। हिमाचल प्रदेष में अध्कितर क्षेत्रा दुर्गम होने के कारण योग्य नहीं है। वे केवल वनों, घासनियों और चरागाहों के रूप में प्रयोग योग्य हैं। केवल 11 प्रतिषत भूमि ही कृशि योग्य है। अच्छी पैदावार प्राप्त करने के उद्देष्य से प्रदेष सरकार और कृशि विभाग ने कार्यक्रम तैयार किए ताकि लोगों को अपनी भूमि से दो से अध्कि फसलें प्राप्त हों। इस दिषा में अपेक्षाकृत प्रगति भी हुई है। आलू और सब्जियों के बीज के लिए हिमाचल प्रदेष समस्त भारत में प्रसि( है। खाद्यानों में भी इसी भान्ति अच्छी उपलब्ध् हो रही है।

     

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    जलवायु

    प्रकृति ने हिमाचल प्रदेष को कृशि योग्य जलवायु और भौगोलिक विभिन्नताओं से परिपूर्ण बनाया है। हिमाचल प्रदेष के निचले और घाटी क्षेत्रों में जहां आर्द्र और सुहावना जलवायु होता है वहीं प्रदेष के ऊपरी क्षेत्रों, जैसे किन्नौर, लाहौलस्पीति और चम्बा की पांगी तहसील आदि में षुश्क जलवायु है। कहीं भारी वर्शा तो कहीं बर्फ और कहीं बिल्कुल सूखा पड़ा रहता है। औसतन सूखे क्षेत्रों में वार्शिक वर्शा 25 से.मी. और कांगड़ा घाटी में 250 से.मी. होती है। इसमें से लगभग 75 प्रतिषत वर्शा जून से सितम्बर माह तक होती है। प्रदेष को जलवायु की विविध्ता के लिए छोटा भारत कहा जा सकता है, क्योंकि विभिन्न जलवायु यहां देखने को मिलती है।

    प्रदेष के अध्किांष क्षेत्रों में मिट्टðी का प्राकृतिक रूप देखने को मिलता है। कांगड़ा में एसिड की मात्रा वाली मिट्टðी की बहुतायत है। भूमि की मिट्टðी में भी भिन्नता है। अध्कि वर्शा वाले क्षेत्रों में चिकनी व दोमट किस्म की और ऊपरी क्षेत्रों की रेतीली मिट्टðी होती है। कृशिजलवायु के आधर पर प्रदेष को चार खण्डों में विभक्त किया जा सकता है।

    1. षिवालिक पहाड़ी खण्डइस खण्ड में तलहटी और घाटी क्षेत्रा, जो समुद्र तल से लगभग 800 मीटर की ऊंचाई पर है, जलवायु अ(र्ऊश्ण होती है। इस खण्ड में प्रदेष का 35 प्रतिषत वनों और 33 प्रतिषत कृशि योग्य क्षेत्रा आता है। भूमि दोमट किस्म की है। भौगोलिक बनावट के कारण पूरे क्षेत्रा में जंगल कहींकहीं ही उग सकते हैं। जलवायु में आर्द्रता की कमी होती है। इस क्षेत्रा में वार्शिक वर्शा लगभग 150 से.मी. तक होती है, जिसमें से 75 प्रतिषत केवल मानसून में ही होती है। अनियमित और अपर्याप्त वर्शा के कारण बाकी मौसम में फसलों पर कुप्रभाव पड़ता है। फसलें अच्छी नहीं होती। कटाव वाला क्षेत्रा होने से पहाड़ी नालों आदि से भूमि का उपजाऊपन प्रायः नश्ट होता रहता है। घाटी के क्षेत्रों में सिंचाई सुविध या तो नालों से पानी को मषीनों द्वारा उठाकर अथवा कुओं और टयूबवैलों तथा टैंकों द्वारा उपलब्ध् कराई गई है।

    प्रमुख फसलें गेहूं, मक्की, धन, चना, गन्ना, सरसों आदि की हैं तथा आलू, अन्य सब्जियां और संगतरा, आम, अमरूद, लीची और नीम्बू प्रजाति के फल आदि उगाए जाते हैं। फसलों का उत्पादन चक्र वर्शा की स्थिति के अनुसार मक्कीगेहूं, चन्नामक्की, मक्कीसरसोंगन्ना आदि हैं। फिर भी सिंचाई की स्थिति के अनुसार निम्नलिखित फसलों का चक्र प्रयोग में लाया जाता हैः

    1) मक्कीगेहूं, 2) मक्कीतोरियागेहूं, 3) मक्कीआलूगेहूं,  4) धन गेहूं,

    5) धनबरसीम और 6) मक्कीसरसोंगन्ना आदि

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    2. मध्य पहाड़ी खण्डसमुद्र तल से 800 मीटर से लेकर 1600 मीटर तक की ऊंचाई वाला क्षेत्रा समषीतोश्ण जलवायु का है। वार्शिक वर्शा लगभग 180 से.मी. तक होती है। वर्शा का 70 प्रतिषत भाग मानसून में होता है। मिट्टठ्ठी दोमट और चिकनी होती है। इस खण्ड में पूरे राज्य का लगभग 32 प्रतिषत भाग वनों के अध्ीन और लगभग 53 प्रतिषत कृशि योग्य क्षेत्रा है। सिंचाई नालों, खड्डों, कूहलों तथा टैंकों द्वारा की जाती है। जलवायु में आर्द्रता प्रायः कम ही होती है। कृशि के अतिरिक्त जमीन का बड़ा हिस्सा घासनियों का है। ये घासनियां प्रायः उत्तरी और दक्षिणी ढलानों पर ही होती हैं। वन प्रायः उत्तरीपूर्वी ढलानों पर पाए जाते हैं। घासनियों में अच्छी किस्म का घास नहीं होता क्योंकि सर्दियों में ठण्ड अध्कि हो जाती है। गर्मियों में सूखे की स्थिति बनी होती है। किसानों को घासनियों के एक बड़े भाग से कम लाभ होता है। मुख्य फसलें मक्की, गेहूं, माष, जौ, सेम और धन आदि होती हैं। यह खण्ड नकदी फसलें पैदा करने के लिए उपयुक्त है। बेमौसमी संब्जियां, अदरक और फलों में नाषपाती, प्लम, खुमानी और अखरोट आदि प्रमुख हैं। इस क्षेत्रा में उच्च किस्म के गोभी, मूली के बीज तैयार किए जाते हैं।

    3. ऊपरी पहाड़ी खण्डसमुद्र तल से 1600 मीटर से अध्कि ऊंचाई पर यह खण्ड आता है। यहां का जलवायु सीलन भरे तापमान वाला तथा षंकु आकार की पत्तियों वाले वृक्षों के जंगलों से ढका पड़ा है। मिट्टठ्ठी अध्कितर चिकनापन लिए हुए होती है। इस खण्ड का लगभग 25 प्रतिषत भाग वनों से ढ़का हुआ है। केवल 11 प्रतिषत भाग पर कृशि की जाती है। वार्शिक वर्शा 100 से 150 से.मी. जिसमें से 60 प्रतिषत वर्शा केवल वर्शा ट्टतु में ही होती है। भूमि कटाव चट्टठ्ठानें खिसकने और भूमि के खिसकने से होता है। परन्तु अन्य खण्डों की अपेक्षा कम कटाव होता है। कृशि योग्य क्षेत्रा पहाड़ों की ऊंचाइयों पर स्थित है। सिंचाई के साध्नों की कमी है। यहां छोटे नालों, ख्यस्त्रों आदि से सिंचाई की जाती है। साधरणतया गेहूं, जौ, मटर व दालें आदि की फसलें होती हैं, कहींकहीं मक्की भी पैदा हो जाती है। यह क्षेत्रा अच्छी किस्म के बीज आलू, सब्जियों, सेब, आडू, खुमानी और नाषपाती जैसे फलों की पैदावार के लिए उपयुक्त है।

    4. ठण्डा षुश्क खण्ड इसके अन्तर्गत लाहौलस्पीति, किन्नौर जिले तथा चम्बा जिले के पांगी तहसील आते हैं जो समुद्र तल से लगभग 2700 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस खण्ड में प्रदेष के कुल क्षेत्रा का 6 प्रतिषत भाग वनों से ढका है और 3 प्रतिषत ही कृशि योग्य है। पूरा क्षेत्रा षुश्क जलवायु वाला है। वार्शिक वर्शा 20 से.मी. गर्मियों के मौसम में होती है और सर्दियों में भारी हिमपात होता है। इस खण्ड में केवल एक ही फसल गर्मी के मौसम में की जाती है। सिंचाई केवल प्राकृतिक स्त्रोतों नदीनालों से की जाती है। भूमि बड़ी नरम किस्म की और कहींकहीं चट्टठ्ठान वाली होती है। जिसके कारण भूमि का कटाव भूमि के खिसकने और ग्लेषियरों के कारण होता है। पेड़पौध्े ;स्वयं रोपितद्ध प्रायः पानी के नजदीक ही मिलते हैं जिनका उपयोग जलाने व पषुओं के चारे के लिए किया जाता है।

    सिंचाई व्यवस्था

    कृशि के क्षेत्रा में सिंचाई का महत्त्वपूर्ण योगदान है। बिना सिंचाई की सुविध के फसलों को पैदा करने में किसान पूर्ण रूप से असमर्थ है। कृशि को नयेनये वैज्ञानिक ढंगों से किया जा रहा है, रासायनिक खादें प्रयोग में लाई जा रही हैं, नये बीज बोये जाते हैं, अतः ये सभी सिंचाई के साथ सीध्े रूप से जुड़े हुए हैं। हिमाचल प्रदेष में प्रायः सीढ़ीनुमा, ढलानदार व छोटे खेत पाए जाते हैं। अतः सिंचाई की परियोजनाएं सीमित हैं। ऐसी स्थिति में छोटी सिंचाई योजनाएं ही सफल हैं। प्रदेष के लगभग सभी जिलों में कूहलें ही सिंचाई का प्रमुख साध्न है और लगभग 95 प्रतिषत क्षेत्रा को कूहलों द्वारा ही सींचा जाता है। कूहलों को पहाड़ के साथसाथ बनाया जाता है जिनके माध्यम से नालों आदि के पानी को खेतों तक पहुंचाया जाता है। लाहौलस्पीति में पूरे क्षेत्रा को बीजने से पूर्व सींचा जाता है। चम्बा जिला में पांगी तहसील और किन्नौर जिले के क्षेत्रों में भी ऐसा ही किया जाता है। बिना सिंचाई के यहां घास भी नहीं हो पाता।

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